ANTAR DWAND(Bhokal)
>> Thursday, 8 December 2011
| Format: Printed |
| Issue No: SPCL-2468-H |
| Language: Hindi |
| Author: Nitin Mishra |
| Penciler: Hemant |
| Inker: N/A |
| Colorist: Abdul Rasheed |
| Pages: 48 |
| अंतर्द्वंद # 2468 परीलोक में पसरा हुआ है मौत का सन्नाटा और पृथ्वीलोक पर भी यही कहानी दोहराने वाली हैं मृत्युकारी सप्तकाल स्याहिकाएं! महाबली भोकाल अपनी शक्तियां गवां चुका है और परीलोक और पृथ्वीलोक की रक्षा के अपने कर्तव्यों और वचन के लिए कर रहा है अंतर्द्वद्व! |
| Rs 30.00 Rs 25.50 You Save: 15.00% |

0 comments :
Post a Comment