NAGRAJ DIGEST 10
>> Thursday, 3 May 2012
Format: Printed |
Issue No: DGST-0069-H |
Language: Hindi |
Author: Sanjay Gupta, Tarun Kumar Wahi |
Penciler: Pratap Mulick, Chandu |
Inker: N/A |
Colorist: N/A |
Pages: 128 |
नागराज और तूफान-जू- 295- चीन में अमेरिका बनाना चाहता है एक एटॉमिक पॉवर स्टेशन और इसका कॉन्ट्रैक्ट दिया गया चीन के खूंखार गेंगेस्टर कोया-कोया-हितैची को जिसके दो साथी हैं तूफान और जू जो पूरी सेना के लिए अकेले ही काफी हैं। नागराज ने चीन में कोया कोया के साम्राज्य को खत्म करने के लिए कदम रखा और टकरा गया तूफान-जू से। जादू का शहंशाह- 320- मिस्र में जादुई ढंग से गायब होने लगे मुजरिम। कोई न समझ पाया यह रहस्य। नागराज ने मिस्र में इस रहस्य को सुलझाने के लिए कदम रखा और उसकी मुलाकात हुई बला सी खूबसूरत इच्छाधारी नागिन सौडांगी से। सौडांगी जिसका संसार मिस्र के पिरामिडों के नीचे था। नागराज ने सौडांगी से मदद मांगी परंतु इससे पहले कि सौडांगी कोई मदद कर पाती, नागराज भी गायब हो गया। आखिर क्यों और कहां गायब हो रहे हैं सभी? अजगर का तूफान- 350- भारत से तस्करी करके मासूम बच्चे स्कॉटलैंड भेजे जाते थे जहां लगता था उनकी जान पर करोड़ों पॉउंडस का जुआ। उनकी मासूम चीखों पर पैसे लुटाते थे लोग। इस बड़े रैकेट को खत्म करने का बीड़ा उठाया नागराज ने और पहुंच गया स्कॉटलैंड और टकरा गया बच्चों के सौदागर अजगर से। तब उसका सामना हुआ अजगर का तूफान से जिसने नागराज की बोटियां तक उसके जिस्म से नोंच दीं। बकोरा का जादू- 375- इतिहास के पन्नों से निकल कर आई खूनी सीथियन जाति और उसका कहर टूटा रूस पर। सीथियन जो केवल सोना लूटते थे और इंसानों के सिर काटकर उनका खून पीते थे। सीथियनों का दल जब कत्लेआम मचा रहा था तब उनसे आ टकराई के.जी.बी. की जहीन जासूस सूसन। लेकिन हजारों सीथियनों के आगे अकेली सूसन की जान जोखिम में पड़ गई। तब मानवता की रक्षा तथा सूसन की मदद के लिए पहुंचा नागराज और उसे टकराना पड़ा सीथियनों के रक्षक हैरतअंगेज बकोरा के जादू से। नागराज बकोरा के जादू के सामने टिक न पाया और बदल दिया गया एक मोम के पुतले में। |
Rs 75.00 Rs 63.75 You Save: 15.00% |
0 comments :
Post a Comment